Short Moral Stories in Hindi | हिंदी की 5 शिक्षाप्रद कहानियाँ

बच्चों के लिए कहानियाँ(Short Moral Stories in Hindi) सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं होती है, बल्कि उन्हें जीवन की मूलभूत बातें सिखाने का एक शक्तिशाली जरिया भी होती है। जब कभी भी कहानियों का जिक्र होता है तब बच्चो का जिक्र भी जरुर किया जाता है, ऐसा इसलिए होता है क्योकि Hindi Short Stories मुख्य रूप से बच्चों को ही सबसे ज्यादा प्रिय होती है। यदि आप भी अपने बच्चों को कुछ ऐसी ही अनोखी और रोचक हिंदी कहानियां सुनाना चाहते हैं तो आप यहाँ से इन कहानियो को पढकर जरुर सुना सकते हैं| तो बिना देरी किये अच्छी अच्छी छोटी नैतिक और शिक्षाप्रद कहानियाँ सुनते हैं।

Short Moral Stories in Hindi

लव स्टोरी(love story) का मतलब होता है प्यार के बारे में कहानी(Short Love Story in Hindi), मानवीय भावना और भावना के बारे में कहानी और दो लोगों की कहानी, जो प्यार में पड़ जाते हैं। तो आइये जानते एक ऐसी ही प्रेम कहानी के बारे में।

हिन्दी प्रेम कहानी (Short Love Story in Hindi)

प्यार एक बहुत ही खुशनुमा एहसास है जिसे एक सच्चा प्यार करने वाले ही महसूस कर सकते हैं। प्यार के बिना जिन्दगी अधूरी रहती है। प्यार में एक अलग ही ताकत है जो इंसान को खुश रहने की वजह देती है। यहाँ पर प्यार से संबंधित एक कहानी प्रस्तुत है और हर कहानी की तरह ही यह कहानी भी आपको एक अलग तरह से प्यार के बारे में बताएगी।

इस कहानी के माध्यम से आप प्यार के बारे में और सच्चे प्यार करने वाले के बारे में और अच्छे से जान पायेंगें। पुरी कहानी आपको वास्तविकता से मिलती नजर आएगी। कुछ प्रेरक बाते भी सिखने को मिलेगी जो कि सच्चे प्यार के लिए आपको प्रेरित करेगी। तो आइये जानते एक ऐसी ही प्रेम कहानी के बारे में।


शेर और हिरनी के प्यार की कहानी(Short Moral Stories in Hindi)

Short Love Story in Hindi

Short Love Story in Hindi – वो सब लोग जो प्यार में पागल हो चुके है, यह कहानी तुम्हारी आंखे खोल देगी। जंगल का सबसे खतरनाक जानवर स्वयं वनराज एक बार शिकार करने के लिए जाता है तो उसकी नजर एक हिरनी पर पड़ती हैं तो उसके खूबसूरत चेहरे की मासूमियत और उभरता डर देखकर शेर की आंखों से आंसू निकल आते हैं। और वह हिरनी से कहता है कि मुझे माफ कर देना, मैंने तुम्हे डराया ना, जानता हूं तुम्हें बहुत अजीब लगेगा पर शायद मुझे तुमसे प्यार हो गया।

हिरनी का चेहरा डर से सफेद पड़ गया, आ.. आ.. आप जो बोलो वो सही। बस एक बार मेरे पापा से बात कर लेना। तो अगले ही दिन शेर तैयार होकर हिरनी के घर पहुंच जाता हैं और तभी हिरनी के माता पिता शेर के पैरो में गिरकर कहते हैं कि राजा हम पर रहम करो, आपको खुखार दांत और नुकीले पंजे हमारी बेटी की जान ले लेंगे।

और उनको रोता देख शेर का दिल दुःख से भर आता हैं।और इस दिवानगी में शेर अगले दिन जब हिरनी के घर पहुंचता है, तो उसने अपने नुकीले पंजे काट दिए थे। और बहुत दर्द सहकर अपने खूंखार दांत भी तोड़ दिए। और उसको इस हालत में देख तुरंत हिरनी के माता पिता ने अपने नुकीले सिंग शेर पूरे शरीर और हाथों में आर पार कर दिए।

और अपनी बेटी को हमला बोल कर आवाज़ लगाई और वही हिरनी, जिसके प्यार में शेर ने अपनी हैवानियत छोड़ दी, उसने अपने नुकीले सिंग शेर के दिल में बार बार लगातार उतरकर उसकी जान ले ली। देखो प्यार जरूर करना पर प्यार में कभी अपना वजूद मत खोना।

शिक्षा – किसी से प्यार करना अच्छी बात है पर उसी प्यार की वजह से अपना महत्व खो देना अच्छी बात नहीं है।


दो पत्थरो की कहानी(Story of Two Stones in Hindi)

दोस्तो आज हम आपके लिये लेकर आये एक एसी मोटिवेशनल(Short moral Stories in hindi) कहानी जो आपको जरुर पसन्द आयेगी। ये कहानी एक संघर्ष की परिभाषा को बताती है। इस कहानी का नाम है – “दो पत्थरो की कहानी(2 Pattharo Ki Kahaani)” ।

दो पत्थरो की कहानी | Story of Two Stones in Hindi

दो पत्थरो की कहानी – एक बार एक गांव में 2 पत्थर, जिनमे से एक बड़ा समझदार, निडर, दयालु प्रवृत्ति का था। और दूसरा पत्थर डरपोक, गुस्सैल प्रवृत्ति का था। एक दिन गांव के लोगों को मंदिर बनवाने के लिए बड़े से पत्थर की आवश्कता थी। गांव के लोग पत्थर ढूंढने के लिए निकल जाते है।

तभी उनकी नजर उन दोनों पत्थरों पर पड़ती है। तब गांव के लोग उन दोनों पत्थरों को मूर्तिकार के पास ले जाते है, और जब मूर्तिकार मूर्ति बनाने के लिए पत्थर लेता है और हथौड़े की चोट मारता है तब डरपोक पत्थर की रोने की आवाज आती है। तो मूर्तिकार उस पत्थर को छोड़कर दूसरे पत्थर को लेकर मूर्ति बनाने लगता है।

उस निडर पत्थर ने हथौड़े की चोट को सहते हुए एक मूर्ति का रूप प्राप्त किया। और उसे मंदिर में ले जाकर भगवान स्वरूप स्थान दिया गया। और उस पत्थर की पूजा की जाने लगी और तरह तरह के फूल चढ़ाए गए और मालाये पहनाई गई।और उस डरपोक पत्थर को उस निडर पत्थर, जो कि अब भगवान का स्थान प्राप्त कर चुका था उसके आगे ले जाकर नारियल फोड़ने के लिए रख दिया गया।

अब उस पत्थर को बार-बार दिन प्रतिदिन चोट खानी पड़ रही थी। और दुसरे पत्थर की रोज पूजा अर्चना होने लगी। अब इस पत्थर को अफसोस था कि पहले चोट और हथौड़े की मार सह लेता तो रोज इतनी चोट नहीं खानी पड़ती। और उस पर भी फ़ुल और दुध बरसाया जाता।

Kids Stories in Hindi | बच्चों की कहानियाँ

शिक्षा(Moral) – कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता हैं और बहुत कुछ पाने के लिए बहुत कुछ खोना पड़ता हैं।


दो भेड़िए दुखी भेड़िया और खुश भेड़िया(Short Moral Stories in Hindi)

Short Moral Stories in Hindi (1)
 

एक बार की बात है, एक जंगल में दो भेड़िये रहते थे। एक भेड़िया हमेशा दुखी और असंतुष्ट रहता था। उसे ये लगता था कि उसका जीवन बहुत ही कठिन है। उसे हमेशा लगता था कि उसके पास पर्याप्त भोजन नहीं है और उसे हमेशा अन्य जानवरों से डर लगता है।

दूसरा भेड़िया हमेशा खुश और संतुष्ट रहता था। वह हर पल को जीता था और हर चुनौती को एक अवसर के रूप में देखता था। उसे पता था कि जीवन में मुश्किलें आयेगी इसलिए वह उनका सामना करने के लिए तैयार था।
एक दिन दोनों भेड़ियों ने एक बुद्धिमान बूढ़े आदमी से बात की। बूढ़े आदमी ने उनसे पूछा “तुम दोनों में से कौन ज्यादा खुश है?”

दुखी भेड़िया ने कहा “मैं दुखी हूं क्योंकि मेरा जीवन बहुत कठिन है। मुझे हमेशा लगता है कि मेरे पास पर्याप्त भोजन नहीं है और मुझे हमेशा अन्य जानवरों से डर लगता है।”खुश भेड़िया ने कहा “मैं खुश हूं क्योंकि मैं हर पल को जीता हूं और हर चुनौती को एक नए अवसर के रूप में देखता हूं। मुझे पता है कि जीवन में मुश्किलें आयेगी, लेकिन मैं उनका सामना करने के लिए तैयार रहता हूं।”

बूढ़े आदमी ने कहा “तुम दोनों के पास एक ही चीज है, फिर भी तुम दोनों उसे अलग-अलग तरीकों से देखते हो। तुम दोनों के पास एक ही शरीर है, फिर भी तुम दोनों उसका इस्तेमाल अलग-अलग तरीकों से करते हो। तुम दोनों के पास एक ही दिमाग है, लेकिन तुम दोनों अलग-अलग सोच रखते हो।”

बूढ़े आदमी ने फिर कहा “तुम दोनों को अपने दृष्टिकोण को बदलने की जरूरत है। दुखी भेड़िये, तुम्हें खुश रहने के लिए बाहर की तलाश करने की ज़रूरत नहीं है। खुशी तुम्हारे अंदर है। तुम्हें बस उसे खोजने की ज़रूरत है।
खुश भेड़िये, तुम्हें अपनी खुशी को संजोने की ज़रूरत है। तुम्हें याद रखना चाहिए कि तुम भाग्यशाली हो कि तुम जिंदा हो और तुम दुनिया का अनुभव कर सकते हो।”

दुखी भेड़िया ने बूढ़े आदमी की बातों पर ध्यान दिया और अपने दृष्टिकोण को बदलने का फैसला लिया। वह अब खुशी को बाहर नहीं ढूंढता था। वह बस खुशी के लिए जीता था। खुश भेड़िया ने भी बूढ़े आदमी की बातों पर ध्यान दिया और अपनी खुशी को संजोने का फैसला किया। वह अब अपनी खुशी को किसी भी चीज़ से छीनने नहीं देगा। दोनों भेड़िये अपने दृष्टिकोण को बदलने के बाद बहुत खुश रहने लगे। वे अपने जीवन का आनंद लेने लगे और उन्होंने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना शुरू कर दिया।

शिक्षा(moral) – इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि हमारा दृष्टिकोण हमारे जीवन को आकार देता हैं। अगर हम अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाएंगे, तो हम अपने जीवन में सकारात्मकता ला सकते हैं। अगर हम अपने दृष्टिकोण को नकारात्मक बनाएंगे, तो हम अपने जीवन में नकारात्मकता ही पायेंगे।

इसलिए, अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाए रखने के लिए प्रयास करें। हर चीज़ में अच्छाई देखें और हर चुनौती को एक अवसर के रूप में देखें।

निष्कर्ष : उम्मीद है दोस्तों आपको ये कहानी संग्रह (Short Moral Stories in Hindi) जरूर पसंद आई होगी आप इन्हे अपने दोस्तों परिवार बच्चो के साथ साझा कर सकते है धन्यवाद

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